
शोषित, वंचित व कमजोर वर्ग की सशक्त आवाज- अपना दल (एस)
By Apna Dal (S) Podcast
अपना दल (एस) के प्रदेशाध्यक्ष श्री अमृतलाल पटेल ने हाल में हुए एक साक्षात्कार के माध्यम से कहा कि "अपना दल (एस) राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अंदरूनी सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। हमारा ध्येय पिछड़े, वंचितों, शोषितों के प्रति पार्टी के समर्पण को...

शोषित, वंचित व कमजोर वर्ग की सशक्त आवाज- अपना दल (एस) Jun 28, 2022

हवाई यात्रा में इन देशी दवाईयों को हमेशा साथ क्यों रखती हैं अपना दल (एस) अनुप्रिया पटेल
राजनीतिक यात्रा
2009: वह अपना दल के अध्यक्ष बनीं
2012: वाराणसी में रोहनिया निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश की विधान सभा के निर्वाचित सदस्य
2014: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए
2016: जुलाई में, वह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री बनीं।
2019: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए फिर से चुने गए
2021: उन्होंने 7 जुलाई को राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी

स्वर्गीय सुषमा स्वराज जी के बारे में क्या बोलीं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
राजनीतिक यात्रा
2009: वह अपना दल के अध्यक्ष बनीं
2012: वाराणसी में रोहनिया निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश की विधान सभा के निर्वाचित सदस्य
2014: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए
2016: जुलाई में, वह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री बनीं।
2019: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए फिर से चुने गए
2021: उन्होंने 7 जुलाई को राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी

राज बब्बर के तर्कहीन प्रश्नों का तीखा जवाब देती हुईं, अपना दल (एस) राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
Sep 16, 2016, India TV Chunav Manch: Watch debate of Apna Dal leader Anupriya Patel and Congress UP Chief Raj Babbar dynasty politics during Chunav Manch. Raj Babbar alleges that PM Narendra Modi got her into his cabinet because she is a Dalit. Anupriya Patel and Raj Babar fight over the Dalit caste and Rahul Gandhi. UP Congress leader Raj Babbar says, '27 Saal UP Behal' at India TV Conclave. India TV invites UP CM Akhilesh Yadav, BJP President Amit Shah, Congress leader Raj Babbar, MIM Chief Asaduddin Owaisi and other prominent leaders for the biggest debate on the upcoming Uttar Pradesh assembly elections 2017.

BJP के मंदिर एजेंडे पर Anupriya Patel का करारा जवाब, कहा- पिछड़ों के मुद्दों पर हम BJP के साथ हैं
अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश राज्य की एक भारतीय राजनेता हैं। वह वर्तमान में भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं। वह 2014 के भारतीय आम चुनाव में मिर्जापुर के निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुनी गई। अनुप्रिया इससे पहले 2012 में वाराणसी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली विधानसभा सीट रोहनिया से विधायक चुनी गई थीं। जहां उन्होंने भारत की शांति पार्टी और बुंदेलखंड कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था।
अनुप्रिया पटेल सोन लाल पटेल की बेटी हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में स्थित अपना दल राजनीतिक पार्टी की स्थापना की थी। उसके पास मनोविज्ञान में मास्टर डिग्री और एमबीए भी किया है, और उन्होंने ऐमिटी में पढ़ाया है। 2014 के आम चुनाव में, पटेल की पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनाव प्रचार किया। लेकिन चुनाव के बाद, अफवाहें थीं कि दोनों पक्ष विलय करेंगे मगर पटेल ने भाजपा के साथ गठबंधन को अस्वीकार कर दिया।

आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए 10 फीसदी आरक्षण पर बहस करती हुईं, अपना दल (एस) राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अगर सरकार ने जातियों की आबादी का कोई अध्ययन किया है तो वह उसे जनता के सामने रखे. अगर नहीं किया है तो सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशों का कोई आधार ही नहीं है. आरक्षण के वर्गीकरण के लिए जातीय जनगणना करानी ही होगी. जरूरत पड़े तो पिछड़ों के आरक्षण को 27 प्रतिशत से बढ़ाया जाए.

BJP गठबंधन पर क्या बोलीं- Apna Dal (S) की राष्ट्रीय अध्यक्ष Anupriya Patel
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यूपी के हर जिले को निर्यात हब बनाएंगे। अभी देश के कुल निर्यात में यूपी की हिस्सेदारी पांच फीसदी है। कृषि उत्पादन जैसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें हम निर्यात कर सकते हैं। यूपी सरकार ने भी एक्सपोर्ट प्रमोशन कमेटी बनाई है। संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया से मुक्त बाजार के समझौते हो चुके हैं। जल्द ही अमेरिका और कई यूरोपियन देशों से मुक्त व्यापार समझौते होंगे।

शाही किला, जौनपुर में Yoga day 2022 पर मीडिया को संबोधित करती केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गोमती नदी के किनारे स्थित जौनपुर के ऐतिहासिक शाही किला में जनपदवासियों को संबोधित करते हुए #YogaForHumanity #YogaDay

संसद में जबरदस्त भाषण देते हुए अपना दल (एस) राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
राजनीतिक यात्रा
2009: वह अपना दल के अध्यक्ष बनीं
2012: वाराणसी में रोहनिया निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश की विधान सभा के निर्वाचित सदस्य
2014: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए
2016: जुलाई में, वह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री बनीं।
2019: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए फिर से चुने गए
2021: उन्होंने 7 जुलाई को राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी

जम्मू-कश्मीर पर लोकसभा में अपनी बात रखते हुए अपना दल (एस) राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
साइंस का एक प्रतिभाशाली स्टूडेंट इमरजेंसी के दौर में हुए छात्र आंदोलन का हिस्सा बनता है और अपने गांव से समाजिक न्याय की लड़ाई की शुरुआत करता है. पहले चौधरी चरण सिंह और फिर कांशीराम के साथ जुड़ता है, लेकिन लक्ष्य बनाता है, ‘यूपी की राजनीति में कुर्मी जाति को व्यापक प्रतिनिधित्व दिलाना’. 10 साल वह दूसरी पार्टियों के साथ तो 14 साल वह अपनी पार्टी बनाकर संघर्ष करता है, लेकिन एक चुनाव नहीं जीत पाता है. इस बीच एक रोड एक्सीडेंट में उसकी मौत हो जाती है. पार्टी की जिम्मेदारी उसकी पत्नी और तीसरे नंबर की बेटी उठा लेती है. बेटी चुनाव में उतरती है. पहले विधायक, फिर सांसद, फिर केंद्र में मंत्री बन जाती है.

संसद सदस्य के रूप में शपथ लेती हुईं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
मोदी कैबिनेट में मंत्री अनुप्रिया पटेल का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में 28 अप्रैल 1981 को हुआ था। अनुप्रिया पटेल के पिता का नाम सोने लाल पटेल है। सोने लाल पटेल यूपी में अपना दल राजनीतिक पार्टी के संस्थापक थे। अनुप्रिया पटेल ने मनोविज्ञान में परास्नातक किया है और एमबीए की डिग्री हासिल की। उनकी तीन बहनें और हैं। पिता की मौत पर अनुप्रिया और उनकी तीनों बहनों ने सोनेलाल की अर्थी को कंधा दिया।
राजनीतिक परिवार से होने के बाद भी अनुप्रिया पटेल राजनीति में नहीं आना चाहती थीं लेकिन उनके पिता सोने लाल पटेल की अचानक मौत के बाद अनुप्रिया पटेल ने राजनीति में कदम रखा और पिता की पार्टी संभाली। सोने लाल पटेल अपने दौर के बड़े नेताओं में शामिल थे। उन्हें बहुजन समाज पार्टी के संस्थापकों में भी गिना जाता है। लेकिन मायावती से मतभेद के बाद उन्होंने अपना दल की स्थापना की। जब 28 साल की अनुप्रिया ने राजनीति में कदम रखा तो उन्हें पिता की पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। उन दिनों अनुप्रिया की मां कृष्णा पटेल पार्टी की कमान संभाल रही थीं। लेकिन आगे चलकर परिवार में तनाव हो गया और पार्टी दो भागों में बंट गई। अनुप्रिया ने अपना दल (एस) बना लिया।

महामारी रोग अध्यादेश संसोधन विधेयक 2020 पर अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
अपना दल एस को और मजबूत करने में जुटी अनुप्रिया पटेल ने बताया कि विधानसभा चुनाव के बाद संगठन की सभी इकाइयों को भंग कर दिया गया था। अब नए सिरे से 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन की रूपरेखा को तैयार किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपना दल एस और बीजेपी का गठबंधन एक सफल प्रयोग है। बीते चार चुनाव में ये बात साबित भी हुई है। उन्होंने कहा कि देश से लेकर प्रदेश में हमने दो-दो बार सरकार बनाई है। 2024 के चुनाव में भी ये गठबंधन जबरदस्त प्रदर्शन करेगा।

उत्तर प्रदेश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने पर क्या बोलीं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
अपना दल एस को और मजबूत करने में जुटी अनुप्रिया पटेल ने बताया कि विधानसभा चुनाव के बाद संगठन की सभी इकाइयों को भंग कर दिया गया था। अब नए सिरे से 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन की रूपरेखा को तैयार किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपना दल एस और बीजेपी का गठबंधन एक सफल प्रयोग है। बीते चार चुनाव में ये बात साबित भी हुई है। उन्होंने कहा कि देश से लेकर प्रदेश में हमने दो-दो बार सरकार बनाई है। 2024 के चुनाव में भी ये गठबंधन जबरदस्त प्रदर्शन करेगा।

ABP शिखर सम्मलेन में सुनें अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को
अनुप्रिया पटेल भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं। साल 2014 में जब मोदी सरकार केंद्र की सत्ता में आईं थीं, तब अनुप्रिया पटेल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाया गया था। अनुप्रिया पटेल एक राजनीतिक परिवार से आती हैं।
मोदी कैबिनेट में मंत्री अनुप्रिया पटेल का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में 28 अप्रैल 1981 को हुआ था। अनुप्रिया पटेल के पिता का नाम सोने लाल पटेल है। सोने लाल पटेल यूपी में अपना दल राजनीतिक पार्टी के संस्थापक थे। अनुप्रिया पटेल ने मनोविज्ञान में परास्नातक किया है और एमबीए की डिग्री हासिल की। उनकी तीन बहनें और हैं। पिता की मौत पर अनुप्रिया और उनकी तीनों बहनों ने सोनेलाल की अर्थी को कंधा दिया।
राजनीतिक परिवार से होने के बाद भी अनुप्रिया पटेल राजनीति में नहीं आना चाहती थीं लेकिन उनके पिता सोने लाल पटेल की अचानक मौत के बाद अनुप्रिया पटेल ने राजनीति में कदम रखा और पिता की पार्टी संभाली। सोने लाल पटेल अपने दौर के बड़े नेताओं में शामिल थे। उन्हें बहुजन समाज पार्टी के संस्थापकों में भी गिना जाता है। लेकिन मायावती से मतभेद के बाद उन्होंने अपना दल की स्थापना की। जब 28 साल की अनुप्रिया ने राजनीति में कदम रखा तो उन्हें पिता की पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। उन दिनों अनुप्रिया की मां कृष्णा पटेल पार्टी की कमान संभाल रही थीं। लेकिन आगे चलकर परिवार में तनाव हो गया और पार्टी दो भागों में बंट गई। अनुप्रिया ने अपना दल (एस) बना लिया।

अब तक का सबसे पावरफुल जवाब - अनुप्रिया पटेल, राष्ट्रीय अध्यक्ष अपना दल (एस)
केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार गठन के वक्त से ही भाजपा गठबंधन का हिस्सा रहे अपना दल की प्रमुख व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को अक्सर पार्टी के दूसरे धड़े और उनकी मां से भी चुनौती देने की कोशिश होती रही है, लेकिन पिछले तीन चुनावों से वह यह साबित करती रही हैं कि पार्टी की विरासत उनके हाथों में ही मजबूत है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बाद अब वह पूरे प्रदेश में पार्टी के विस्तार की कवायद में जुटी हैं।

बांदा में पीएम मोदी का अभिवादन करते हुए अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल
Uttar Pradesh की सियासत ओबीसी के इर्द-गिर्द घूमती है। प्रदेश में BSP के कमजोर होने के बाद Bhartiya Janata Party ने गैर यादव ओबीसी वोटरों को अपने पाले में लाने की जमकर कोशिश की। इसी का नतीजा है कि बीजेपी ने पहले 2014 और 2019 के Loksabha Election में जीत हासिल की। वहीं, 2017 और अब 2022 में एक बार फिर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई है। सूबे में यादव के बाद दूसरी ओबीसी में सबसे बड़ी आबादी कुर्मी समाज की है। इनकी संख्या प्रदेश में करीब 6 प्रतिशत है। 2014, 2017, 2019 और 2022 के नतीजों के बाद कुर्मी समाज की एक बड़ी छत्रप के रूप में अपना दल (एस) की अध्यक्ष Anupriya Patel उभरकर सामने आई हैं। इस चुनाव में अनुप्रिया की पार्टी यूपी की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी और उसने सीटों के मामले में बीएसपी और कांग्रेस को भी पछाड़ दिया है।

अपना दल (एस) के वो मुद्दे जो बने राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय
अनुप्रिया पटेल की पार्टी, अपना दल (एस) अब उत्तर प्रदेश में तीसरे नम्बर की पार्टी बन गयी है। 2022 के विधानसभा चुनाव में अपना दल (एस) को 12 सीटें मिली हैं। उसने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि दूसरे नम्बर की पार्टी सपा (124) और अपना दल एस (12) के बीच बहुत गहरी खाई है। फिर भी सच यही है कि अब वह यूपी में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। बसपा और कांग्रेस का लगभग सफाया होने के कारण यह स्थिति बनी है। नतीजों की सूची में 274, 124 के बाद सीधे 12 सीटों वाली पार्टी विराजमान है। इस लिहाज से अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश में मायावती, प्रियंका गांधी, ओमप्रकाश राजभर, संजय निषाद से भी ज्यादा सफल नेता हैं। अनुप्रिया पटेल 2012 में पहली बार विधायक बनीं थीं। सिर्फ 10 साल के संसदीय जीवन में यह कामयाबी चकित करने वाली है।

देश के किसानों को एक्सपोर्टर्स से कैसे जोड़ें? - बता रहीं माननीय केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले कई महीने से आंदोलित हैं। ये किसान तीनों ही कानूनों को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने किसानों के आंदोलन को लेकर कहा कि हमारी पार्टी हमेशा से किसानों के साथ खड़ी रही है। किसानों की किसी भी समस्या को संवेदनशीलता से सुलझाना चाहिए। कोई भी मुद्दा चर्चा के साथ सुलझाया जा सकता है।

Indian Business Portal Launch के मौके पर अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष Mrs Anupriya Patel
अपना दल (एस) के इस पॉडकास्ट सेक्शन में आप सुन सकते हैं, माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल जी के कुछ चुनिंदा भाषण, मंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने व्यापर जगत के लिए कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगाई है, और वाणिज्यिक विभाग की उत्कृष्टता के लिए कार्य कर रही हैं. माननीय अनुप्रिया पटेल ने हमेशा ही डॉ सोनेलाल पटेल जी की विचारधारा के अनुरूप कार्य किया है और पिछड़े, दलितों, शोषितों व वंचितों के उत्थान को प्राथमिकता में रखा है.

Anupriya Patel Excellent Speech On Article 370 In Lok Sabha | Jammu Kashmir |
Article 370 पर लोकसभा में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने विरोधियों को जमकर धोया. उन्होंने सरदार पटेल का जिक्र किया और देश को लूटने वालों के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई. सुनें आर्टिकल 370 हटने पर उनके द्वारा दिया गया दमदार भाषण...

Question Hours in Parliament in Loksabha || Anupriya Patel
प्रश्नकाल के दौरान वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से सम्बंधित सवालों के जवाब देती केन्द्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी

अपना दल (एस) मध्य प्रदेश संगठन को मजबूत करने के लिए युवा साथियों की अहमियत
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में आशातीत सफलता प्राप्त करने के बाद, अपना दल (एस) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए अपना दल (एस) मध्य प्रदेश संगठन के सभी सदस्यों व कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश जारी किये गए हैं। जिसमें कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में पार्टी प्रचारक के रूप में अधिक से अधिक सदस्यों को जोड़ने का प्रयन्त करें तथा प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व 1 करोड़ 10 लाख नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य प्राप्त करने में महत्वपूर्व भूमिका निभाएं। पार्टी ने राज्य स्तर पर टीमों का गठन करना भी शुरू कर दिया है। वहीं ग्वालियर, चम्बल, सतना, रीवा और बुंदेलखंड जैसे जिलों में, जहां पार्टी का अच्छा प्रभुत्व देखने को मिलता है, वहां कार्यकर्ताओं को धरातल पर उतर कर, जन संपर्क साधने के लिए कहा गया है।